दिल्ली समिति के सदस्य भी नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे

देश की राजधानी दिल्ली में राजनीतिक दल (कांग्रेस और आम आदमी पार्टी),छात्र संगठनों और नागरिक संस्‍थाओं ने विवादित नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं में नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के छात्र में शामिल थे। कांग्रेस और अन्य ने निजीकरण,बेरोजगारी और अर्थव्यवस्‍था के खिलाफ अपनी आवाज उठाते हुए इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इसके अलावा 'नार्थईस्ट स्टूडेंट्स यूनियन' (एनईएसओ) ने विधेयक के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के लोगों और संगठनों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया।


लोगों ने कहा-कैब वापस लो


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक माकपा की दिल्ली समिति के सदस्य भी नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। पहले भी माकपा के सांसदों ने संसद के परिसर में गांधी की मूर्ती के आगे धरना दिया था। वाम दल के सदस्य यहां हाथों में तख्तियां लेकर खड़े थे जिस पर कैब वापस लो और धर्म आधारित कैब नहीं चलेगा लिखे हुए थे। माकपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश करात ने कहा कि सोमवार की रात लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक को पास किया गया। यह कानून संविधान के खिलाफ है। विरोध के बाद भी यह विधेयक संसद में पारित हो गया। ऐसा पहली बार हो रहा है कि नागरिकता के लिए धर्म को आधार बनाया गया है। मालूम हो कि कई नागरिक संस्थाएं भी शाम को नागरिकता संशोधन विधेयक और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी